मार्वल की सुपरहीरो फिल्म ‘एवेंजर्स एंडगेम की ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई जारी है। ‘टाइटैनिक’ की कमाई का रिकॉर्ड तोड़कर यह ‘अवतार’ के बाद विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा कमाऊ फिल्म बन गई है।
टाइटैनिक की वर्ल्डवाइड कमाई 153 अरब रुपये थी, जिसे एंडगेम पीछे छोड़ चुकी है। केवल भारतीय बाजार में इस फिल्म ने रविवार तक 312.95 करोड़ रुपये की कमाई कर ली थी। वैसे एवेंजर्स एंडगेम की जिस तरह रोजाना कमाई के नए कीर्तिमान रच रही है, उससे लगता है कि यह दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी बन सकती है। 1997 में रिलीज हुई टाइटैनिक से हॉलिवुड ने एक लंबी छलांग लगाई थी। इस फिल्म ने साबित किया कि भूमंडलीकरण और उदारीकरण का जबर्दस्त फायदा हॉलिवुड को होने वाला है।उसके 12 साल बाद 2009 में रिलीज हुई ‘अवतार’ने 2.78 अरब डॉलर यानी 195 अरब रुपये कमाकर इसकी कमाई का रिकॉर्ड बड़े अंतर से तोड़ दिया। ‘स्टार वार्स : द फोर्स अवेकन्स’, ‘एवेंजर्स इनफिनिटी वॉर’ और ‘जुरासिक वर्ल्ड’ जैसी फिल्मों में भी हॉलिवुड की आसमानी कमाई का क्रम जारी रहा। अभी लग रहा है कि एंडगेम दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनने से महज कुछ ही कदम दूर है। निश्चय ही हॉलिवुड ने विश्व बाजार की नब्ज को पकड़ लिया है और उसकी फिल्में दुनिया भर के दर्शकों को चमत्कृत कर रही हैं। हॉलिवुड के साथ-साथ बॉलिवुड और अन्य भारतीय भाषाओं में बनी फिल्मों की कमाई भी बढ़ रही है। न सिर्फ देश में बल्कि बाहर भी हमारी फिल्मों के दर्शक बढ़े हैं। पहले किसी बॉलिवुड फिल्म का एक करोड़ कमा लेना ही खबर बन जाता था, पर अब तो पांच सौ करोड़ का क्लब भी बन गया है। ‘दंगलÓ ने तो पूरी दुनिया में करीब 2000 करोड़ रुपये की कमाई की है जबकि बाहुबली-2 ने 650 करोड़, पीके ने 832 करोड़, बजरंगी भाईजान ने 626 करोड़ और सुल्तान ने 584.14 करोड की कमाई की है। लेकिन इसके बावजूद कारोबार के मामले में बॉलिवुड अभी हॉलिवुड ही नहीं चीनी सिनेमा से भी काफी पीछे है। हालांकि चीनी मानते हैं कि बॉलिवुड का दायरा उनसे बड़ा है और वह तेजी से बढ़ रहा है। खुद चीन में भी हमारी फिल्में काफी सफल हो रही हैं, लेकिन उनकी तुलना मेंचीन की फिल्में भारत या अन्य देशों में उस तरह कामयाब नहीं हो रहीं। कमाई के मामले में बॉलिवुड भले ही पीछे हो पर कुछ मामले में यह हॉलिवुड से आगे है। हॉलिवुड में एक साल में औसतन 500 फिल्में बनती हैं और दुनिया भर में इसके 2.6 अरब दर्शक हैं, जबकि बॉलिवुड हर साल 1000 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण करता है और दुनिया भर में इसके 3 अरब दर्शक हैं। जिस तरह से फिल्मों का आदान-प्रदान दुनिया भर में बढ़ा है, बॉलिवुड को कथ्य और तकनीक के स्तर पर कुछ बड़े बदलाव करने होंगे। अपने बाजार में भी हॉलिवुड की चुनौती का सामना वह इसके बाद ही कर पाएगा।